UPSC CSE 2022 : IAS परीक्षा में इशिता किशोर (Ishita Kishore) ने हासिल किया पहला स्थान
UPSC CSE 2022 का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें इशिता किशोर (Ishita Kishore) ने पहला स्थान हासिल किया। गौरतलब है कि इस बार टॉपर की सूची में लड़कियों ने बाज़ी मारी है।
टॉपर की सूची
- इशिता किशोर (Ishita Kishore)
- गरिमा लोहिया (Garima Lohia)
- उमा हरती एन (Uma Harathi N)
- स्मृति मिश्र (Smriti Mishra)
- मयूर हजारिका (Mayur Hazarika)
- गहना नव्या जेम्स (Gahana Navya James)
- वसीम अहमद भट (Waseem Ahmad Bhat)
- अनिरुद्ध यादव (Aniruddh Yadav)
- कनिका गोयल (Kanika Goyal)
- राहुल श्रीवस्तव (Rahul Srivastava)
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC)
यूपीएससी वह संवैधानिक निकाय है, जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य विभिन्न सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है. इसकी स्थापना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 315 के तहत की गयी है। इसमें एक अध्यक्ष और दस अन्य सदस्य शामिल होते हैं, जिनकी नियुक्ति और पदच्युति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। आयोग के अध्यक्ष और सदस्य छह साल की अवधि तक अथवा 65 साल की उम्र पूरी होने तक अपने पद के कर्तव्यों का पालन करते है। संविधान का अनुच्छेद 316 सदस्यों की नियुक्ति और उनके कार्यालय की अवधि से संबंधित है।
गृह मंत्री अमित शाह ने द्वारका में नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग कैंपस की आधारशिला रखी
हाल ही में गुजरात के द्वारका में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। अपने संबोधन में गृह मंत्री शाह ने तटीय सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह सर्वोच्च प्राथमिकता है। साथ ही सुरक्षित सीमाओं के बिना, देश के अंतर्देशीय क्षेत्रों के भीतर कोई ठोस विकास नहीं होने की बात भी अमित शाह ने कही।
उद्देश्य
अकादमी का उद्देश्य सालाना तीन हज़ार से अधिक सुरक्षा कर्मियों को व्यापक प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करना और देश भर में तटीय सुरक्षा उपायों को मज़बूत करना है।
मुख्य बिंदु
- नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग 2018 में स्थापित की गई थी, जो समुद्री पुलिस कर्मियों को गहन प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए समर्पित है।
- अकादमी के प्रयास राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने, तस्करी, समुद्री डकैती और अनधिकृत मछली पकड़ने जैसी अवैध गतिविधियों को रोकने और तटीय समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में योगदान देते हैं।
- यह अकादमी नौ तटीय राज्यों, पाँच केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्रीय पुलिस बलों की प्रशिक्षण को पूरा करता है, जिससे उन्हें तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम बनाया जा सकता है।
- गृह मंत्री अमित शाह ने कच्छ जिले के जखाऊ तट पर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की पाँच तटीय चौकियों का भी वर्चुअल उद्घाटन किया।
- यह उद्घाटन तटीय रक्षा तंत्र को मजबूत करने और क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का शपथ ग्रहण समारोह
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एवं उनके कैबिनेट की आधिकारिक नियुक्ति के लिए, 20 मई 2023 को शपथ समारोह आयोजित किया गया। यह समारोह शनिवार दोपहर को बेंगलुरु के कांतिरावा स्टेडियम में रखा गया था।
सिद्धारमैया कैबिनेट के सदस्य
राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी जीत के बाद, सिद्धारमैया को कर्नाटक मुख्यमंत्री के रूप में उनके दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ दिलाई गई। सिद्धारमैया पिछले 40 वर्षों में पाँच वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले सीएम थे। इससे पहले वे 2013 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त हुए थे।
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री पद के लिए राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार को शपथ दिलाई गई। साथ ही, आठ अन्य राजनेताओं को कैबिनेट मंत्रियों के रूप में नियुक्त किया गया। इनमें जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, प्रियांक खड़गे, एमबी पाटिल, सतीश जारकीहोली, रामलिंगा रेड्डी, केजे जॉर्ज और बीजेड जमीर अहमद खान शामिल हैं।
शपथ ग्रहण समारोह के बारे में
इस समारोह के अवसर पर कई राजनैतिक हस्तियों व अन्य राज्यों के मुख्य मंत्रियों ने कर्नाटक की नई सरकार को समर्थन दिखाया। इनमें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, बिहार के श्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्य मंत्री एमके स्टालिन आदि शामिल हैं।
नई सरकार ने इलेक्शन से पूर्व अपने पाँच वादों पर बने रहने का वादा किया। इनमें मुफ्त बिजली, युवाओं और महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता और बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त सार्वजनिक यात्रा जैसी पाँच गारंटी शामिल हैं।
डेनिल मेदवेदेव बने इटालियन ओपन 2023 चैंपियन
विश्व में टेनिस के दूसरे नंबर के खिलाड़ी मेदवेदेव ने इटालियन ओपन फाइनल जीतकर, 2023 का टाइटिल अपने नाम किया। इस मैच में रूस के डेनिल मेदवेदेव ने डेनमार्क के होल्गर रून को 7-5, 7-5 से हराया। यह मेदवेदेव का पहला क्ले कोर्ट खिताब और छठा एटीपी मास्टर्स 1000 खिताब है।
इस अंतर्राष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट के 80 वें संस्करण का आयोजन 8 मई से 21 मई तक रोम, इटली मे किया गया। यह पहली बार है जब इस प्रतियोगिता को दो सप्ताह तक खेला गया, एवं 96 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
इटालियन ओपन 2023 के विजेता
वर्ग | विजेता |
पुरुष एकल | डेनिल मेदवेदेव, रूस |
महिला एकल | एलेना रिबाकिना, कजाकिस्तान |
पुरुष युगल | ह्यूगो न्यास और जान ज़ीलिंस्की |
महिला युगल | स्टॉर्म सैंडर्स और एलिस मर्टेंस |
इटालियन ओपन के बारे में
इटली ओपन टेनिस को मूल रूप से इटैलियन इंटरनेशनल चैंपियनशिप कहा जाता है। यह एक टेनिस टूर्नामेंट है जो रोम, इटली में आयोजित किया जाता है। यह विश्व के सबसे महत्वपूर्ण क्ले टेनिस टूर्नामेंट में से एक है। पहली बार यह चैंपियनशिप 1930 में मिलान में टेनिस क्लब में आयोजित की गई थी। इस चैंपियनशिप की शुरुआत काउंट अल्बर्टो बोनाकोसा ने की थी। यह चैंपियनशिप 1934 तक मिलान में आयोजित की गई थी फिर 1935 से इसका आयोजन रोम के फ़ोरो इटालिको में किया जाने लगा। 1936 और 1949 के बीच इस चैंपियनशिप के किसी संस्करण का आयोजन नहीं किया गया था। वर्ष 1950 से यह प्रतियोगिता पुनः शुरू हुई। फिर वर्ष 1969 में इटालियन ओपन पेशेवर खिलाड़ियों के लिए “ओपन” हो गया। 1972 और 1989 के बीच यह ग्रैंड प्रिक्स टेनिस टूर का एक प्रमुख टूर्नामेंट था।